भारत एक विशाल विकासशील देश है, राष्ट्र के निर्माण में कुछ मूलभूत आवश्यकताएँ होती है। जिसमें स्वास्थ्य का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है हमारे देश की 80% आबादी ग्रामीण क्षेत्र में रहती है । किन्तु शहरी क्षेत्र की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा की समुचित व्यवस्था नही होने के कारण आम लोगो को विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जिसमे प्रमुख रूप से – मलेरिया, टायफाइड, डायरिया, डिसेन्ट्री, हैजा, पीलिया, निमोनिया, टी. बी., चेचक, फाइलेरिया, पोलियों, शुगर, गलसुआँ, एनीमिया, मधुमेह, ब्लड प्रेशर (रक्त चाप), सर्दी जुकाम, मौसमी बुखार, कुपोषण, फोड़ा – फुन्सी, घाव – चोट, जलना, सड़क दुर्घटना, पानी में डुबना, सर्प दंश, कुत्ते एवं अन्य जानवर के काटने से होने वाली बीमारी जैसे रेबीज आदि, किशोर अवस्था में होने वाली समस्या, वृद्धा अवस्था की बीमारियाँ, गर्भावस्था में होने वाली स्वास्थ्य समस्या, स्तनपान कराने वाली स्त्रियों को होने वाली बीमारियाँ, जनन रोग, मानसिक रोग, जनसंख्या वृद्धि की समस्या, नशा जनित रोग, रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी आदि बीमारियों का ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक परामर्शदाता की सुविधा नही होने के कारण सही समय पर कुशलस्वास्थ्य विशेषज्ञ द्वारा उपचार नही मिलने पर सामान्य रोग भी गम्भीर रोग (लाइलाज) अथवा जानलेवा साबित हो रहे हैं। किसी भी बीमारी अथवा दुर्घटना में प्राथमिक उपचार का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। किसी भी अचानक से बीमार तथा दुर्घटना ग्रस्त व्यक्ति को प्राथमिक उपचार देकर उसकी तकलीफों व होने वाली शारीरिक क्षतियों को कम करके उसकी जान को बचाया जा सकता है। फर्स्ट ऐड पैरामेडिकल काउन्सिल ऑफ इण्डिया (दिल्ली)भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में अचानक से बीमार एंव दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को प्राथमिक स्तर पर प्राथमिक उपचार (फर्स्ट ऐड) देनेके साथ-साथ आवश्यकता पड़ने पर टेलीमेडिसिन दूर-चिकित्सा पद्धति के माध्यम से रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिश्नर पंजीकृत चिकित्सक (RMP) से उचित माध्यम (फोन कॉल, मेसेज, विडियो कॉल) से परामर्श लेकर स्थानीय स्तर पर बेहतर इलाज करने हेतु प्रशिक्षित डिप्लोमा धारक (Nursing, ANM, Allied Health Professional) इच्छुक लोगो के माध्यम से RuralTelimedicineE-ClinicAndFirstAidProviderCentre के संचालन हेतु पंजीकृत किया जा रहा है। जिससे ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाया जा सके ।